ज्वेलरी डिजाइनिंग के पारंपरिक विधि हाथ से चित्रकारी और ड्राफ्टिंग। आज भी लोगों को डिजाइन करने में उपयोग के लिए जाते हैं । हालांकि वर्तमान में ज्वेलरी डिजाइनिंग के तरीके काफी बदल गए हैं यदि आप भी ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि ज्वेलरी डिजाइनर कैसे बने और उसमें डिप्लोमा कैसे करें ?तो हमारे इस ब्लॉग के माध्यम से आपको इससे संबंधित सारी जानकारी मिलेगी।
कोर्स क्या क्या होंगे
ज्वेलरी बनाने के क्षेत्र मैं हासिल करने के लिए आपको ज्वेलरी डिजाइनिंग की बारीकियों का पता होना चाहिए आप इसकी बारीकियों हो तभी समझ पाएंगे जब आप इसकी डिटेल स्टडी करेंगे।
इसमें में कराए जाने वाले कोर्स
- bdes ज्वेलरी डिजाइन
- BA ज्वेलरी डिजाइन
- B.com ज्वेलरी डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी
- Bsc ज्वेलरी डिजाइन एंड मैनेजमेंट
- BBA ज्वेलरी डिजाइन एंड मैनेजमेंट
- डिप्लोमा प्रोग्राम इन ज्वैलरी डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी
- ज्वेलरी फोटोग्राफी कोर्स
- बेसिक ज्वेलरी डिजाइनिंग
टॉप भारती यूनिवर्सिटी
- आर्क अकैडमी आफ डिजाइन, जयपुर
- महात्मा ज्योतिराव फूल विश्वविद्यालय, जयपुर
- ए ए ए एस टी मीडिया और कला विश्वविद्यालय ,रायपुर
- भारतीय रतन और संस्थान ,नई दिल्ली और मुंबई
- भारतीय आभूषण संस्थान, मुंबई
- पर्ल अकैडमी ऑफ़ फैशन, दिल्ली ,जयपुर ,मुंबई और नोएडा
आप इन सभी यूनिवर्सिटी मैं ऑनलाइन ज्वेलरी से डिप्लोमा कर सकते हैं।
ऑनलाइन
पहले आपको इन सब कोर्स में से कोई एक कोर्स सुना होगा फिर उसमें आपको फॉर्म भरना होगा अगर आपको ऑनलाइन करना है तो आपको फॉर्म भी ऑनलाइन भरना होगा।
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए योग्यता/ ज्वेलरी डिजाइनर कैसे बने?
यह जानने के साथ साथ हमें इसकी योग्यता भी पता होनी चाहिए ज्वेलरी डिजाइनर बनने के लिए योग्यता।
- ज्वेलरी डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं । तो आपको 12th 50% मार्क्स लाने होंगे।
- ज्वैलरी डिजाइनिंग के लिए आपको कुछ प्रवेश परीक्षाएं भी करनी होंगी। जैसे कि कुछ टेस्ट देने पड़ेंगे या कोई डिजाइन के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।
- यदि अगर आप आने वाली डिजाइनिंग में मास्टर का कोर्स करना चाहते हैं। तो वेसले डिग्री का होना आवश्यक है।
ज्वेलरी डिजाइनिंग कोर्स क्यों करते हैं?/ज्वैलरी डिजाइनिंग क्या है?
भारतीय ट्रेडीशन में गहनों को पवित्र और कीमती माना जाता है। महिलाओं के श्रृंगार का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि प्राचीन काल में इनका स्वरूप मोतियों के रूप में था जो अब बदल कर सोने चांदी मैं बन गए हैं। इन आभूषणों को बनाने का तरीका ही ज्वैलरी डिजाइनिंग कहलाता है। बीसवीं 20 सदी के दौरान ज्वेलरी की डिजाइनिंग फॉर्मेट में लगातार बदलाव हुए हैं। जैसे कि आर्ट डेको,इंटरनेशनल स्टाइल, ग्लोबलाइजेशन, न्यू लुक एंड पॉप ,मैटेरियलिज्म और वर्तमान में मिनिमलिज्म फॉर्मेट का भी उपयोग ज्वेलरी डिजाइन में किया जाता है।

स्किल्स/Skills
ज्वेलरी डिजाइनर कैसे बने जाने के लिए जानने भी आवश्यक है कि इसके लिए क्या चीज होनी चाहिए?
- एडोब क्रिएटिव सूट
- ग्राफिक डिजाइन
- नेकलेस
- इंजीनियरिंग ड्राइंग
- राइनो
- CAD
- डिजाइन प्रक्रिया
- कला शो
- बाजार अनुसंधान
- व्यापार की शो
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आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजरनेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट मैं साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स को चुने जिसे आप करना चाहते हैं।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुक्ल का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें मतलब कि अगर आपका एंट्रेंस एग्जाम होता है। तो पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा उसके लिए सबसे पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट सेशन करना होगा और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें।
आवश्यक चीजों की जरूरत एडमिशन लेते टाइम
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पासपोर्ट फोटो कॉपी
- पोर्टफोलियो
- बैंक विवरण
- ट्रीटमेंट ऑफ परपस
- रिज्यूम
- सीवी
कमाई कितनी होगी
यह कोर्स करने के बाद आपकी अच्छी कमाई हो सकती है। अगर आप अच्छे इंस्टीट्यूट जाए अच्छी यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा करते हैं। तो आपकी अच्छी डिजाइनिंग का बिजनेस कर सकते हैं। इसमें आपकी कमाई महीने की 30000 से ₹40000 हो सकती है।