खिलौने बनाने का बिजनेस मैं मार्केट की बात करें । तो बहुत ज्यादा स्कोप है। क्योंकि अभी चाइना के खिलौने बंद होने के बाद इंडिया के अंदर बने हुए खिलौने की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। तो इस बिजनेस के अंदर सफल होने के बहुत चांस है। लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको थोड़ी रिसर्च करनी होगी । आप जिस देश से तथा राज्य में रहते हैं । वहां आपको अपने इलाके स्तर पर यह पता करना होगा कि वहां के बच्चे किस प्रकार के खिलौने ज्यादा पसंद करते हैं।
आजकल लकड़ी ,मिट्टी ,प्लास्टिक तथा कपड़े के खिलौने बनाए जाते हैं । आप अपने शहर में खिलौने की दुकान में जाकर देखें कि वहां कौन-कौन से तथा किस प्रकार के खिलौने रखे हैं? तथा यह भी पता करें कि कौन से खिलौने ज्यादा बिकते हैं। आजकल बैटरी तथा रिमोट वाले खिलौने भी आने लगे हैं । जिनकी मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड बढ़ चुकी है।
बाजार में खिलौने के बिजनेस की मांग।
जनसंख्या के अनुसार भारत में बच्चों की संख्या दूसरे देशों के मुकाबले ज्यादा है । इससे जाहिर की बात है कि बच्चे ज्यादा है। तो खिलौने भी ज्यादा बिकते होंगे इसे देश में खिलौने का बिजनेस भी काफी बढ़ रहा है। और अब तक जो चीन से आने वाले खिलौने का भी सबसे बड़ा बाजार भारत बना हुआ था। लेकिन मोदी जी द्वारा किए गए आवन से देश में खिलौने का एक बेसिक हब बनाया गया है । जिससे हमारे देश इस मामले में आत्मनिर्भर बन चुके हैं । और इसलिए अब भारतीय खिलौने बिजनेस अपने भारत में बन रहे हैं।
खिलौने की दुकान कैसे शुरू करें?
आजकल अपने बेसिक जरूरतों को पूरा करने के लिए हर कोई, कोई ना कोई काम करता है। चाहे कि सरकारी नौकरी हो ,या प्राइवेट नौकरी या सिर्फ ,बिजनेस और इनमें से ज्यादातर लोग बिजनेस की फील्ड से जुड़े होते हैं। कम उम्र के लोगों से लेकर बूढ़े तक आज इस बिजनेस में है । हर व्यापारी किसी न किसी प्रोडक्ट का बिजनेस कर इन बिजनेस में से आज खिलौनों का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है । जिसे हर उम्र के लोग आसानी से कर सकते हैं।
खिलौने का सही कलेक्शन।
मार्केट में हर दिन नए-नए और महंगे खिलौने आते रहते हैं । तो आप भी खिलौने लेते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि आपके पास हर प्रकार के खिलौने हो भारत में रिमोट और इलेक्ट्रॉनिक खिलौने ज्यादा बिकते हैं। तो आप भी इस बात को ध्यान रखें कि आपके पास हर दाम का खिलौना मौजूद हो क्योंकि हर आदमी का बजट अलग – अलग होता है । इसके अलावा अपने आसपास के ग्राहक के इनकम को ध्यान में रखते हुए अपने खिलौनों का कलेक्शन करें।
खिलौने कई प्रकार के होते हैं। जिसे आप अपनी दुकान में रख सकते हैं।
- रिमोट वाली गाड़ी
- सामान्य प्लास्टिक की गाड़ी
- बैटरी वाली गुड़िया
- सॉफ्ट टॉयज
- बच्चों के लिए वॉकर
- उड़ने वाले एरोप्लेन
- प्लास्टिक ट्रेन इत्यादि
इस बिजनेस को करने में सफलता की संभावना कितनी है?

खिलौने के बिना से क्या फायदे हैं?
अगर आपने खिलौने का बिजनेस शुरू किया है। या फिर आप इसकी शुरुआत करने की सोच रहे हैं । तो इससे आपको बहुत सारे फायदे हैं।खिलौना का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है। जिसे किसी भी जगह किया जा सकता है। खिलौने का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है । जिसकी मांग कभी खत्म नहीं होगी। कम लागत लगाकर धीरे-धीरे खुद को इस बिजनेस को जमाया जा सकता। कम लागत ज्यादा मुनाफा इस बिजनेस की अच्छी चीज है। खिलौने का विनर विनर के साथ-साथ छोटे बच्चों की खुशियों की वजह बनता है।
सफलता की संभावनाएं।
खिलौने के बिजनेस के लिए एक व्यक्ति को इस बिज़नेस में कितनी संभावना है ? इसकी जानकारी होनी बहुत जरूरी है । कि इस बिजनेस को जमाने असफल होने के कितने चांस है। यह जानने के लिए आपको अच्छी तरह से मार्केट रिसर्च करनी होगी। क्योंकि बिना मार्केट सर्च किया आप किसी भी बिजनेस में सफल नहीं हो सकते। एक सही बिजनेस प्लान केवल तभी बनाया जा सकता है । जब आपने अच्छी तरह से मार्केट रिसर्च की हो।
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खिलौने बनाने के बिजनेस में कितना प्रॉफिट हो सकता है?
आपको बता दें कि आने वाले समय में खिलौने बनाने के बिजनेस की मांग और भी ज्यादा बढ़ने वाली है । इसलिए आपको इससे अच्छा प्रॉफिट मिलेगा । किसी एक खिलौने को बनाने के लिए अगर आपको ₹100 की लागत लगती है । तो इसे बाजार में 150 से 200 में बेच सकते हैं। जिससे आपको एक खिलौने पर 50 से ₹100 का लाभ हो सकता है।