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- कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग कैसे करें ?
- कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग कंपनी से कैसे जुड़े।
- लागत और कमाई कितनी होगी।
- कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग से संबंधित ध्यान देने वाली चीजें।
पोल्ट्री फार्म एक अच्छा बिज़नस है । इस बिज़नस मे कम लागत में अच्छा प्रॉफ़िट कमा सकते हो। यह बिज़नस गाँव और शहर दोनों जगह ही किया जा सकता है । इस बिज़नस मैं ज्यादा मेहनत की जरूरत नही होती कोई भी इस बिज़नस को आसानी से कर सकता है । तो इस बिज़नस के बारे मैं विस्तार में पढ़ते हैं ।
पोल्ट्री फार्म शुरू करने की सोच रहे हैं आपने सामान्य पोल्ट्री फार्म के बारे में तो सुना ही होगा मगर कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म के बारे में आज हम आपको बता रहे हैं सामान्य पोल्ट्री फार्म और कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म में क्या अंतर होता है दोनों में बेनिफिट किसमें ज्यादा है आपके लिए बेनिफिशियल कौन सा है और कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म में क्या खर्च आता है किस प्रकार किया जाता है और आपको बेनिफिट कितना होगा। आज डिटेल में जानेंगे कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म के बारे में।
यह एक अच्छा बिज़नस है

तो चलिए समझते हैं। कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म को देखें सामान्य पोल्ट्री फार्म अपना सैड बनाते हैं और मार्केट से मुर्गी के बच्चे खरीद कर आपको उसमें पालने होते हैं साथ में जो उसका फीड होता है। वह भी आपको खुद खरीदना होता है।मगर जो कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म होता है उसमें आपको कंपनी के साथ जुड़कर अपना काम करना होता है। वह कंपनी आपको सभी चीजें जैसे कि बच्चा ,दाना, दवाइयां व डॉक्टर का सपोर्ट उपलब्ध कराती है। आपका काम केवल मुर्गी के बच्चों की देखभाल करना होता है जो कि 40 से 45 दिन में बड़े हो जाते हैं। तब कंपनी इन्हे मार्केट में भेजती है मतलब आप से वापस ले लेगी और मार्केट में भेजती है मुर्गी के बच्चे की मार्केट में बेचने की सारी जिम्मेदारी कंपनी की होती है उसमें आपको कहीं भी लॉस नहीं होता है।
बेनिफिट।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म में जो आपका प्रॉफिट होता है। वह प्रति केजी के हिसाब से होता है यानी कि एक बच्चा कितने किलो का हुआ उसके हिसाब से आपको इतने रुपए मिलेंगे। तो इस प्रकार का कुछ कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फॉर्म का मॉडल होता है जिसमें कंपनी सब कुछ आपको प्रोवाइड कराती है।
पोल्ट्री फार्मिंग कैसे करें।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म शुरू करने के लिए आपके पास उपलब्ध जगह होनी चाहिए। इसके बाद आपको एक विश्वसनीय कंपनी का नाम पता होना चाहिए । जिसके साथ आपको कांटेक्ट बुक करना है जो काफी समय से सही तरीके से मार्केट में काम कर रही है। कंपनी की जानकारी आसपास के किसानों से पूछताछ करके कंपनी से कांटेक्ट साइन करना होता है। उन दस्तावेजों के साथ आप कंपनी के साथ काम कर पाएंगे।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग कंपनी से कैसे जुड़े।
भारत में कांटेक्ट फॉर्मिंग से जुड़ी कई कंपनियां है जैसे सुगना फूड्स, Indian boiler, विंकीज ,आर एम ग्रुप । जो किसान की कंपनियों से जुड़ना चाहते हैं। वह कंपनी की वेबसाइट नंबर पर कॉल कर सकते हैं। आइए अब देख लेते हैं कि आपको किन-किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी अगर आप कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग करना चाहते हैं सबसे पहले आपका आधार कार्ड या पहचान पत्र होना चाहिए। दूसरा पैन कार्ड ,तीसरा जमीन के कागज या एग्रीमेंट। आप जमीन किसी से किराए पर भी ले सकते हैं। पासपोर्ट साइज फोटो होनी चाहिए और बैंक पासबुक होनी चाहिए। छटा डॉक्यूमेंट है 100 का स्टांप। बहुत इंपोर्टेंट सातवां है NOC सामान्य पार्षद से आप NOC ले सकते हैं।
जब आप कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म की शुरुआत करते हैं तो कंपनी आपको सभी प्रकार की दवाइयां वे फीड प्रोवाइड कराती है। फीड मैं आपको ध्यान रखना है। उसमें तीन प्रकार के पेड़ होने चाहिए पहला pre-स्टार्टर फिनिशर। छोटे बच्चों को Pre – स्टार्टर दिया जाता है जब बच्चे थोड़े से बड़े हो जाते हैं तो उन्हें स्टार्टर दिया जाता है। जब अच्छा बच्चा 1 किलो का हो जाता है। जब वह मार्केट के लिए तैयार हो जाता है। तब उसको फिनिशर दिया जाता है। लेकिन फिर भी सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात होती है। फीड का एफसीआर feed conversion Ratio एफसीआर का मतलब होता है कि मुर्गी कितना खाना खा रही है और कितना वजन बढ़ रहा है जिससे मुर्गी के बच्चे का अच्छी पैदावार का पता चलता है।
एफसीआर निकालने का तरीका ?
एफसीआर का जो फार्मूला:
FCR=कुल खपत दाना / मुर्गों का भजन
उदाहरण के लिए- 1000 मुर्गियों का वजन 2000 किलो हो।
50 किलो के 60 थैले दाना खिलाया हो
इसका जो एससीआर निकलेगा इस प्रकार निकलेगा कुल खपत दाना मतलब जितना दाना उन्होंने खाया और मुर्गी का जो टोटल वजन हुआ उसके बटे में मतलब FCR=3000/2000=1.5 निकलेगा जो कि एक बहुत अच्छा एफसीआर माना जाता है एफसीआर जितना कम निकलेगा मतलब 2.0 > 1.8 > 1.5 > 1.4 एफसीआई जितना कम निकलेगा उतना ही अच्छा माना जाता है।
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कितनी कमाई होगी।
यदि आप 5000 मुर्गी के बच्चे डालते हैं और उनका वजन मतलब प्रत्येक मुर्गी के बच्चे का वजन 2 किलो हो जाता है। तो 10 प्रति किलो के हिसाब से आपका बेनिफिट हो रहा है।कंपनी जो आपको देती है यह थोड़ा बहुत ऊपर नीचे हो सकता है। मोटा मोटा देख लेते हैं की 5000 बच्चों पर 40 से 45 दिन के अंदर आपको 100000 की कमाई होने वाली है। अगर आप कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्म शुरू करना चाहते हैं या आपने शुरू कर दिया है।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग से संबंधित ध्यान देने वाली चीजें।
अगर आप इन चीजों का ध्यान नहीं रख पाते हैं तो आपको नुकसान भी हो सकता है। सबसे पहले आपको ध्यान रखना है। जिस कंपनी के साथ आप बिजनेस उसकी मार्केटिंग और रेपुटेशन कैसी है क्या आपके आसपास के लोग उस कंपनी के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं। उसमें किसी किसान के साथ फ्रॉड तो नहीं किया है यह चीज आपको देखनी होगी।
फीड का एससीआर-यह एक बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट है कि जब आप मुर्गी के बच्चे को जो फीड करा रहे हैं। उसका एफसीआर कैसा है उसका एफसीआर लगभग 1.5 होना चाहिए जिससे कि आपके बच्चे कीअच्छी ग्रोथ हो ।
तीसरा सबसे इंपोर्टेंट होता है आपका जो शेड है जिसमें आपको मुर्गी के बच्चे पालने हैं वह मेंटेन होना चाहिए । जिसमें प्रॉपर गर्मी के मौसम में हवा आए जाए और सर्दी के मौसम में सैड के अंदर रह सके।
वैक्सीनेशन और दवाइयां:
जब आप कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं मुर्गी के बच्चों को प्रॉपर तरीके से वैक्सीनेशन और दवाइयां मिलनी चाहिए।
बाहरी संक्रमण से बचाव-इस बात का भी भरपूर ध्यान रखना चाहिए कि बाहर से कोई भी व्यक्ति और कोई कुत्ता बिल्ली या कोई भी जानवर फॉर्म के अंदर ना जा पाए कोई भी व्यक्ति है। जानवर अचानक से बाहर से आकर अंदर जाता है।तब उसके शरीर पर बैक्टीरिया वायरस हो सकता है। जो आपके मुर्गी के बच्चों को इनफेक्टेड कर सकता है।
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